Hamne aangan nahi buhara bhajan lyrics by Maithili Thakur - हमने आँगन नहीं बुहारा लिरिक्स - भजन

 Hamne aangan nahi buhara bhajan by Maithili Thakur 
- हमने आँगन नहीं बुहारा लिरिक्स - भजन


हमने आँगन नहीं बुहारा, कैसे आयेंगे भगवान् ।
मन का मैल नहीं धोया तो, कैसे आयेंगे भगवान् ॥

हर कोने कल्मष-कषाय की, लगी हुई है ढेरी ।
नहीं ज्ञान की किरण कहीं है, हर कोठरी अँधेरी ।
आँगन चौबारा अँधियारा, कैसे आयेंगे भगवान् ॥

हृदय हमारा पिघल न पाया, जब देखा दुखियारा ।
किसी पन्थ भूले ने हमसे, पाया नहीं सहारा ।
सूखी है करुणा की धारा, कैसे आयेंगे भगवान् ॥

अन्तर के पट खोल देख लो, ईश्वर पास मिलेगा ।
हर प्राणी में ही परमेश्वर, का आभास मिलेगा ।
सच्चे मन से नहीं पुकारा, कैसे आयेंगे भगवान् ॥


निर्मल मन हो तो रघुनायक,
शबरी के घर जाते ।
श्याम सूर की बाँह पकड़ते,
शाग विदुर घर खाते ।
इस पर हमने नहीं विचारा,
कैसे आयेंगे भगवान् ॥

हमने आँगन नहीं बुहारा,
कैसे आयेंगे भगवान् ।
मन का मैल नहीं धोया तो,
कैसे आयेंगे भगवान् ॥

humne aangan nahi buhara maithili thakur,
humne aangan nahi buhara kaise aayenge bhagwan lyrics,
humne aangan nahi buhara lyrics






Post a Comment

Previous Post Next Post