मेरा तार हरि से जोडे
ऐसा कोई संत मिले
संत दरस के बड़े महातम
दुर्लभ जग में संत समागम
मेरे मन के भ्रम को तोड़े
ऐसा कोई संत मिले
मेरा तार हरि से जोडे
ऐसा कोई संत मिले
माया से जो दूर हटाए
मन का जो अज्ञान मिटाएं
मेरी बांह पकड़ ना छोडे
ऐसा कोई संत मिले
मेरा तार हरि से जोडे
ऐसा कोई संत मिले
कोई ऐसा संत मिलाएं
भव तारण की राह दिखाए
मुझे सद्गुण दे दे थोडे
ऐसा कोई संत मिले
मेरा तार हरि से जोडे
ऐसा कोई संत मिले
Mera taar hari se jode esa koi sant mile by indresh Upadhyay with lycris